
Aunty Sex Story
Aunty Sex Story: नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका फिर से हमारे एक और सेक्स भरे ब्लॉग में, आज के इस ब्लॉग में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी पड़ोसन के चौबारे में उसकी चूत का चौबारा किया.
तो दोस्तों यह कहानी मेरे गांव की है जब मैं गांव में कुछ दिन छुट्टी में रहने के लिए गया था. तो मैंने देखा कि वहां मेरे पड़ोस में एक काफी बड़ा घर था, जिसका एक ऊपर बड़ा सा चौबारा था, उनके घर में मेरी पड़ोसन थी जो काफी ज्यादा दिखने में मोटी थी और सेक्सी फिगर की थी लेकिन उसका फिगर टाइट था.
लेकिन वह कई जगह पर ज्यादा मोटी थी और उसका गोरा बदन किसी को भी अपनी तरफ मोहित कर लेता था और उसने मुझे भी अपनी तरफ मोहित कर लिया था और वह मेरी तरफ जब भी देखा देखकर हंसती रहती थी और ऐसा लग रहा था कि वह मेरी तरफ लाइन से दे रही है. ऐसे में मेरा तो उस चोदने का मन कर ही गया था और लगता था कि उसका भी चुदने का मन था.
एक दिन उसने मुझे इशारा किया कि मैं उनके घर की तरफ आऊं, जैसे मैं उनके घर की तरफ जाता हूं मैं देखता हूं कि उनके घर में कोई नहीं था. वैसे आपको बता दू कि गांव के माहौल के हिसाब से ऐसे किसी के घर में जाना ठीक तो नहीं होता, लेकिन मैं उसके घर में चलागया था. जैसे मैं उसके घर में गया पूरा घर खाली था. सिर्फ व्ही थी. जाते ही उसने मुझे कहा कि तुम मेरी तरफ देखते रहते हो? मैंने कहा नहीं मैं तो बस ऐसे ही देखता हूं.
तो उसने कहा कि क्यों ऐसे क्यों देखते हो क्या तुम्हारा कुछ करने का मन है? तो मैंने कहा कि मैं कुछ समझ नहीं तो उसने कहा कि समझदार हो तो समझने की बात है, लेकिन बस तुम अब दिखावा कर रहे हो इतना कहने के बाद मैंने उसे कहा कि मेरा तो बस तुम्हारी लेने का मन है. क्या तुम देना चाहेगी? तो उसने कहा कि तुम्हारे बस की बात है? मैंने कहा कि बस का तो पता नहीं क्या है. एक बार दे दोगी तो हमेशा मुझे ही देने की सोचा करोगी. इतना कहने के साथ एक दूसरे को हम देखते हैं.
इतना होने के बाद मैं उसकी कमर में हाथ डालकर पकड़ा और उसके चुचो को दबाते हुए उसके होंठो में होंठ डाल दिए. हम दोनों ने एक दूसरे को धुआंधार चूमना शुरू किया. जैसे हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू किया, वह तो हाथों-हाथ ही गर्म हो चुकी थी और मेरा तो मानो लंड फटने को ही हो चुका था. क्योंकि इतना गरम शरीर और इतना हॉट फिगर तो कभी नहीं देखा था.
उसके बदन की महक मानो मुझे उसकी तरफ खींची जा रही थी और मैं बस उसकी तरफ खींचा चला जा रहा था. ऐसा करते-करते हम छत पर चले जाते है और हम दोनों उनके चौबारे में चले जाते हैं. उनके चौबारे में जाने के बाद मैं गेट की कुंडी लगा देता हूं और कुंडी लगाने के बाद उसे लेकर बेड पर गिर जाता हूं. बेड पर गिरने के बाद मैं उसे लगातार चूमना शुरू कर देता हु.
उसे चूमते चूमते मुझे काफी ज्यादा मजा आना शुरू हो चुका था और मैं उसके सारे कपड़े खोलते गया, मैंने देखा कि उसके ढाई ढाई किलो के दो चूचे सीधा मेरे मुंह पर आकर गिरे, उसकी चूचियां इतनी बड़ी होने के बावजूद भी खड़ी थी और बिल्कुल भी लटकी हुई नहीं थी.
उसकी खड़ी चूचियों को दबाकर मुझे काफी ज्यादा मजा आ रहा था और जैसे मैं उसके चुचो को दबा रहा था, वह काफी ज्यादा गर्म हवाएं दे रही थी. लेकिन असली मजा तो अब आने वाला था. उसे लगा था कि मेरा लंड औरो की तरह नॉर्मल ही होगा, लेकिन जैसे ही मैंने अपनी पैंट खोलकर अपना कच्छा उतारा तो उसने देखा कि मेरा 7 इंच का मोटा लंबा लंड था.
जिसे देखने के बाद वो एकदम से हैरान हो गयी और उसने कहा कि इसी की तो तलाश मुझे आज तक थी. हाय रे मेरे प्रेमी तुम कहां थे, इतना कहते ही मैंने उसे लेटाया और लेटाकर उसकी सलवार खोल के मैंने उसकी पैंटी उतारी मैंने देखा कि एक मोटी चर्बी वाली बड़ी सी चूत उसकी थी.
लेकिन उसकी चूत कम फटी हुई थी क्योंकि उसके पति का लंड छोटा ही था और मैंने अपने लंड को उसकी चूत से लगाकर एक झटके में उसकी चूत के अंदर दे डाला. जैसे मैंने उसकी चूत में लंड डाला, वह एकदम से चिल्लाई लेकिन दो ही मिनट में उसका दर्द खत्म हो गया और सेक्स का मजा लेने लग गई. जैसे ही मैंने उसकी चूत में डालकर चूत को मारना शुरू किया उसकी चूत कुछ ज्यादा तेजी से बचने लग गई थी.
चूत की आवाज बहुत ज्यादा फैल रही थी, लेकिन फिर भी मैंने उसकी चूत को बजाता रहा. जैसे-जैसे यह सेक्स आगे बढ़ता चला गया वह काफी ज्यादा मजे में आने लग गई थी और इस मजे में वह ऐसे आई कि वह खुद ही उसने कहा कि मुझे घोड़ी बनाकर चोदो. जैसे मैंने उसे घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया और उसके चूतड़ों के साथ साथ चूत भी बजने लग गई और उसके चूतड़ों की लहर मुझे काफी ज्यादा मजा दे रही थी.
मैंने उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए से चोदना शुरू किया, तक़रीबन दो घंटे चोदने के बाद वह एकदम से झड़ गई और उसकी चूत से काफी ज्यादा पानी निकला. उसने मुझे कहा कि मेरा पानी पियो. मैंने उसकी चूत का पानी पिया और फिर उसने कहा कि मुझे भी पिलाओ और मैंने उसके मुंह में डालकर उसके होंठो को चूसा. उसको सारा पानी पिला दिया और उसके होंठ इतने रसीले थे कि मानो उसके होठों को छोड़ने का मन ही नहीं कर रहा था.
फिर मैंने उसे सीधा लेटाकर फिर चोदना शुरू किया. क्योंकि मेरा अभी तक झडा नहीं था. ऐसे में मैंने उसको चूसते हुए चोदना शुरू किया और फिर मैं बेड पर ऊपर ही चढ़ गया और उसके ऊपर लेट कर उसे चोदना शुरू किया. अब वो दर्द में थी, लेकिन मैं उसे छोड़ना नहीं चाह रहा था.
वह भी छूटना नहीं चाह रही थी, अबकी बार मैंने आधे घंटे तक और उसे चोदा और उसकी चूत को इतना बड़ा कर दिया कि वह काफी ज्यादा दर्द के साथ मजे ले रही थी. उसने मुझे कस के अपने नाखूनों से कमर में पकड़ रखा था और आधे घंटे चोदने के बाद मैंने सारा पानी उसके मुंह में झाड़ दिया और उसके मुंह में पानी झाड़ने के बाद उसने मेरा पानी पिया. सेक्स के बाद वो मेरे होठों को चूमने लगती है.
मेरे होठों को चूसने के बाद अब हम दोनों ने अपने कपड़े पहने, कपड़े पहन के उसने कहा कि अब तुम चले जाओ शायद कोई आ जाए कुछ पता नहीं. मैंने उसे किस करते हुए और उसके चूचियों को दबाते हुए वापस आ गया. अब मैं गांव में 1 महीने और रुकने वाला था. पर 1 महीने में रोजाना जब भी मौका मिलता था, वो मेरी तरफ इशारा करती थी और मुझे बुला लेती थी. ऐसे एक महीने में मैंने उसकी गांड का साइज दुगना कर दिया था.
और उसकी गांड को काफी ज्यादा ऊपर उठा दिया था, साथ ही साथ उसके चुचो को भी और ज्यादा मोटा कर दिया था. ऐसे मैंने अपनी पड़ोसन को चोद कर उसकी चूत का चौबारा किया.
तो दोस्तों आपको यह कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं और हां यह कहानी काल्पनिक है इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है, धन्यवाद.
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